बड़ा दिन यानि 25 दिसंबर का दिन हम सभी धूम-धाम से मानते हैं और मनाते हैं। कहीं कोई केक और पेस्ट्रीज खाता है, कोई गिरजा घर जाता है, कोई सिनेमा देखने जाता है तो कई लोग पूरे परिवार के साथ सैर सपाटा करने निकल जाते हैं। National Holiday होने की वजह से कभी-कभी हम जैसे भुक्कड़ लोगों के ग्रुप को कुछ रुचिकर और कुछ सुरुचिकर करने और कराने का मौका मिलता है । एक ऐसा भी बड़ा दिन गुजरा था कभी जब सभी मित्रों के सहयोग से कुछ खाने-पकाने पर सर्वसम्मति बनि। कड़कती ठंडी को मात देने और बड़े दिन को कुछ और बड़ा करने की सोच से लैस कई सुझाव आये पर किसी एक का चयन कर पाना कठिन हो रहा था। मुद्दा ये नहीं था के मुर्गी पके या मुर्गा..... :-) पिकनिक करने के लिए मुद्दा तो यह था के चिकन करी के साथ चावल हो या सत्तू वाली लिट्टी। आखिरकार मामला ठंडी में गर्मी के एहसास का था तो सत्तू से भरी हुयी और तेल में तली हुयी लिट्टी पर बात अटक रही थी पर निष्कर्ष निकला के जिन्हे पुलाव पसंद हो उनके लिए पुलाव भी बने । यह तय होते ही के मुर्गी के साथ थाली में क्या-क्या सजेगा, यह भी तय हो गया के प्रत्येक बंदे को इस एक पहर की पिकनिक मे...